tag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post6222117687240835417..comments2023-12-08T21:14:08.136-08:00Comments on शरारती बचपन: सृष्टि में जो मंगल है , उसका अभिसिंचन - विस्तार हो | 2-11-15sunil kumarhttp://www.blogger.com/profile/12067155055578156576noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-55110125766838093172015-11-10T23:58:28.376-08:002015-11-10T23:58:28.376-08:00लेख को स्थान देने के लिए शुक्रिया लेख को स्थान देने के लिए शुक्रिया sunil kumarhttps://www.blogger.com/profile/12067155055578156576noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-51762974219153484792015-11-02T04:08:55.559-08:002015-11-02T04:08:55.559-08:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (03...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (03-11-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">"काश हम भी सम्मान लौटा पाते" (चर्चा अंक 2149) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com