tag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post7565337563615149657..comments2023-12-08T21:14:08.136-08:00Comments on शरारती बचपन: बाजारीकरण ने नारी के जननी होने की युगों पुरानी गरिमा को कलंकित करने का काम किया है ? 19-4-18sunil kumarhttp://www.blogger.com/profile/12067155055578156576noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-69409920838101484772018-04-24T01:23:29.741-07:002018-04-24T01:23:29.741-07:00आभार शास्त्री जी आपने मुझे चर्चा मंच पर स्थान दिया...आभार शास्त्री जी आपने मुझे चर्चा मंच पर स्थान दिया sunil kumarhttps://www.blogger.com/profile/12067155055578156576noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-79020467641825135152018-04-24T01:22:47.227-07:002018-04-24T01:22:47.227-07:00आदरणीय रेनू जी आभार आपका की आपने इस तथ्य को स्वीका...आदरणीय रेनू जी आभार आपका की आपने इस तथ्य को स्वीकार किया , मेरे सोशल साईट पे तो जितने भी नारी लेखिका है चंद लोगो को छोड़कर किसी ने अपनी प्रतिक्रिया नही दी , बड़ा अफ़सोस हुआ मुझे इस बात का , यही लोग नारी सशक्तिकरण की हामी भर्ती नजर आती है |sunil kumarhttps://www.blogger.com/profile/12067155055578156576noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-74525966350855174682018-04-21T03:41:35.027-07:002018-04-21T03:41:35.027-07:00आँखें खोलने वाला चिंतन परक लेख आदरणीय सुनील जी आ...आँखें खोलने वाला चिंतन परक लेख आदरणीय सुनील जी आपके सभी तर्कों से सहमत हूँ | सचमुच नारी देह की सुन्दरता के बढाये जा रहे बाजारीकरण के साथ नारी सशक्तिकरण सम्भव बिलकुल भी नही है |अपनी सुन्दरता की फ़िक्र में एक रुग्ण मानसिकता का शिकार हो रही | क्यों नहीं समझती हर उम्र का अपना सौन्दर्य होता है | सादर आभार -- रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9040557130221397131.post-35344680292511701622018-04-19T21:28:34.123-07:002018-04-19T21:28:34.123-07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (21...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (21-04-2017) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "बातों में है बात" (चर्चा अंक-2947) (चर्चा अंक-2941) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com