Wednesday, September 16, 2015
प्रतिरोध --------------- 17-9-15
प्रतिरोध की भाषा हम भूलते जा रहे है
हम आज कही भी घर - बाहर
प्रतिरोध करने से डरने लगे है
हम क्या से क्या होते जा रहे है ?
क्या सच हम
अब मनुष्य है ?
जिस मानव में प्रतिरोध नही
वो कापुरुष ही है -- कबीर
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