Monday, February 23, 2015

कारोबारी मन्त्र ------------------------------- 24-2-15

कारोबारी मन्त्र


एक किसान अपने खेत में भुट्टे पैदा करता  था  | उसका एक ही पुत्र था | पुत्र जब नौ साल का हुआ तो किसान उसे भी अपने साथ कभी - कभार खेतो  में ले जाने लगा  | ऐसे ही एक बार वह अपने बेटे को खेत पर लेकर गया | खेत में भुट्टे पक  चुके थे और किसान उन्हें तोड़कर बाजार ले जाने की तैयारी  कर रहा था | खेत में पहुचकर किसान के बेटे ने उससे - कहा पिताजी क्या मैं भी काम में आपकी कुछ मद्दद कर सकता हूँ ? इस पर किसान ने कहा -- हाँ - हाँ , जरूर  कर सकते हो | हम ऐसा करते है  कि मैं खेत में से भुट्टे तोड़ - तोड़ कर निकालता जाउंगा और तुम एक - एक दर्जन भुट्टो की अलग - अलग ढेरिया बनाते जाना | यह सुनकर बेटा खुश हो गया | इसके बाद वे दोनों काम पर जुट गये | किसान भुट्टे तोड़कर बेटे को देता और बेटा उन्हें ढेरियो में इकठ्ठा करता जाता | दोपहर होने पर दोनों ने वही साथ में बैठकर खाना खाया | इसके बाद किसान ने बेटे द्वारा बनाई ढेरियो पर नजर मारी | इन्हें देखने के बाद किसान खेत से कुछ और भुट्टे तोड़कर लाया और हरेक  ढेरी में एक एक भुट्टा बढा दिया | यह देखकर किसान का बेटा  बोला -- पिताजी , मुझे गिनती आती है | एक दर्जन का मतलब बारह होता है | मैंने हरेक  ढेरी में गिनकर बारह भुट्टे ही रखे है | अब तो ये तेरह हो गये | उसकी बात सुनकर किसान ने मुस्कुराते हुए कहा - बेटा तुम ठीक कहते हो कि एक दर्जन का मतलब बारह होता है | लेकिन जब हम भुट्टे बेचने निकलते है तो एक दर्जन में तेरह भुट्टे होते है | बेटे ने पूछा -- ' ऐसा क्यों पिताजी ? तब किसान ने उसे समझाते हुए कहा - देखो , हम सिर्फ अच्छे भुट्टे बेचते है | भुट्टे के उपर छिलका होता है , तो हमारे ढेर में एक भुट्टा खराब भी निकल सकता है , जिसके बारे में हमे पता नही होता | इसीलिए हम अपने ग्राहकों को दर्जन पर एक अतिरिक्त भुट्टा देते है | हम चाहते है कि हमारे ग्राहक ये न समझे कि हमने उन्हें धोखा दिया | फिर हम यह भी चाहते है कि जो भी हमारा भुट्टा  खरीदे , वह अपने पड़ोसियों को भी बताये कि ये कितने अच्छे है | इस तरह हमारे भुट्टे अधिक बिकेगे और हमारी आमदनी भी बढ़ेगी | यह बात सुनकर बेटा  संतुष्ट हो गया | इस तरह किसान ने बातो - बातो में बेटे को कारोबार का यह अहम सबक भी सिखा दिया कि ग्राहक की संतुष्टि सर्वोपरी है | आप ग्राहक को कुछ अतिरिक्त देकर उसका विश्वास अर्जित करने के अलावा बहुत कुछ पा सकते है |

2 comments:

  1. अच्छी पंक्तियाँ लिखने के लिए एवं अच्छे विचारों के लिए तुम्हें तहेदिल से धन्यवाद

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