Tuesday, January 9, 2018

फूल तुम्हे भेजा है ख़त में -- 10-1-18

फूल तुम्हे भेजा है ख़त में --


फूल कभी माला बनकर देवता के गले में सुशोभित होता है , कभी गजरा बन के बालो में गुंथा जाता है , इन फूलो को लेकर कवियों ने अनेक गीत लिखे है , कलमकार ने अपने दिल की बाते कहने के लिए फूलो को माध्यम बनाया | किसी कलमकार ने सही ही कहा है कि फूलो से तुम हँसना सीखो भौरों से तुम गुनगुनाना सीखो ......
फूल न केवल अपनी तरफ आकर्षित करते है बल्कि हमारे सेहत के लिए बड़े फायदेमंद होते है | फूलो का अपना चरित्र होता है ये जहां भी खिलते है वहाँ का वातावरण सुगंध से भर देते है | न्यूयार्क के वैज्ञानिकों का कहना है कि फूल न केवल हमारे चेहरे पर मुस्कान भीकर देते है बल्कि हमारे दिमाग पर भी गहरा असर डालते है | फूलो को देखकर हमारा मन -- मस्तिष्क प्रसन्न हो जाता है |
अलग - अलग देशो में फूलो पर हुए अध्ययन से पता चला है कि हर रंग के फूल का अपना अलग असर होता है | लाल रंग के फूल हमारे दिल पर असर डालते है , जबकि नीले रंग का फूल दिमाग को कुल करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है | सफेद रंग के फूल मन और मस्तिष्क दोनों पर गहरा असर छोड़ते है |
अध्ययनों से पता चला है की फूल वातावरण में मौजूद हानिकारक तत्वों का दुष्प्रभाव कम करने में भी सहायक होते है | वैज्ञानिकों का कहना है कि फूल न केवल वातावरण को शुद्द रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है , बल्कि हमारे आस - पास के वातावरण को सकारात्मक बनाने में अहम् भूमिका अदा करते है | लोग जो बात कह नही पाते वो बाते फूल के माध्यम से कह देते है | सोचो अगर ये फूल न होते तो हम अपने दिल की बात कैसे कहते | अगर आप किसी को फूल भेट करते है तो उसे बहुत ही आत्मिक ख़ुशी मिलती है |

No comments:

Post a Comment