चित्रों में झलकता वात्सल्य
विख्यात अमेरिकी चित्रकार और प्रिंटमेकर मेरी स्टीवेनसन कसात का जन्म 22 मई , 1844 को पेसिलवेनिया के एलेघेनी शहर में हुआ , जो अब पीटर्सबर्ग का हिस्सा है | उन्होंने पांच वर्ष यूरोप में बिठाये और लन्दन , पेरिस बर्लिन सहित कई राजधानियों का दौरा किया | उनके परिवार वालो ने उनके पेशेवर कलाकार बनने का विरोध किया , लेकिन कसाट ने पन्द्रह साल की उम्र एन पेसिल्वेनिया के फिलाडेलिफिया में पेसिल्वेनिया अकादमी आफ फाइन आर्ट्स में चित्रकला का अध्ययन शुरू किया | 1866 के अंत में चार्ल्स चैपलिन जो अपनी एक जानी -- मानी शैली के कारण मशहूर थे क्लास में वह शामिल हो गयी | 1868 में उनके एक चित्र अ मदोलिन प्लयेर को पहली बार जूरी ने पेरिस सेलोन के लिए स्वीकार किया | 1877 का दौर उनके लिए काफी बुरा साबित हुआ | ऐसे समय में एडगर देगास ने उन्हें अपने साथ काम करने का मौका दिया | संस्कार्वादियो के साथ काम करने से उनकी कला को और निखार मिला | देगास का कसाट उनकी पर गहरा प्रभाव था अब वो पेस्टल के प्रयोग में काफी प्रवीण हो गयी थी | देगास ने नक्काशी से भी उनका परिचय कराया जिसमे वे काफी दक्ष थे 1890 का दशक उनका सबसे रचनात्मक और व्यस्त समय था | वह अमेरिकी युवा कलाकारों के लिए एक आदर्श बन गयी थी | कसाट ने अक्सर माताओं और बच्चो के बीच के घनिष्ठ रिश्तो पर विशेष जोर देने वाली महिलाओं के समाजिक और निजी जीवन के चित्र बनाये , जो बेहद पसंद किये गये | 14 जून , 1926 को इस महान कलाकार का निधन हो गया
विख्यात अमेरिकी चित्रकार और प्रिंटमेकर मेरी स्टीवेनसन कसात का जन्म 22 मई , 1844 को पेसिलवेनिया के एलेघेनी शहर में हुआ , जो अब पीटर्सबर्ग का हिस्सा है | उन्होंने पांच वर्ष यूरोप में बिठाये और लन्दन , पेरिस बर्लिन सहित कई राजधानियों का दौरा किया | उनके परिवार वालो ने उनके पेशेवर कलाकार बनने का विरोध किया , लेकिन कसाट ने पन्द्रह साल की उम्र एन पेसिल्वेनिया के फिलाडेलिफिया में पेसिल्वेनिया अकादमी आफ फाइन आर्ट्स में चित्रकला का अध्ययन शुरू किया | 1866 के अंत में चार्ल्स चैपलिन जो अपनी एक जानी -- मानी शैली के कारण मशहूर थे क्लास में वह शामिल हो गयी | 1868 में उनके एक चित्र अ मदोलिन प्लयेर को पहली बार जूरी ने पेरिस सेलोन के लिए स्वीकार किया | 1877 का दौर उनके लिए काफी बुरा साबित हुआ | ऐसे समय में एडगर देगास ने उन्हें अपने साथ काम करने का मौका दिया | संस्कार्वादियो के साथ काम करने से उनकी कला को और निखार मिला | देगास का कसाट उनकी पर गहरा प्रभाव था अब वो पेस्टल के प्रयोग में काफी प्रवीण हो गयी थी | देगास ने नक्काशी से भी उनका परिचय कराया जिसमे वे काफी दक्ष थे 1890 का दशक उनका सबसे रचनात्मक और व्यस्त समय था | वह अमेरिकी युवा कलाकारों के लिए एक आदर्श बन गयी थी | कसाट ने अक्सर माताओं और बच्चो के बीच के घनिष्ठ रिश्तो पर विशेष जोर देने वाली महिलाओं के समाजिक और निजी जीवन के चित्र बनाये , जो बेहद पसंद किये गये | 14 जून , 1926 को इस महान कलाकार का निधन हो गया
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