28-11- 2014
आविष्कार ---------
जोड़ने - घटाने का करतब
फ्रेंच गणितज्ञ , भौतिकविद व धार्मिक दार्शनिक ब्लेज पास्कल का जन्म 19 जून 1623 को हुआ था | बचपन से ही पास्कल शारीरिक रूप से कमजोर थे | वे अक्सर बीमार रहते थे | उनकी सेहत को देखते हुए पिता उन्हें गणित से दूर रखना चाहते थे , लेकिन उनकी रूचि देखकर उन्होंने उन्हें गणित पढने की इजाजत दे दी | उनके पिता सरकार की और से टैक्स इकठ्ठा करने के कार्य पर नियुक्त थे | इसके लिए उन्हें कठिन गणनाए करनी होती थी | अपने पिता को अंको से जूझते देखकर पास्कल को कैलकुलेटर बनाने का ख्याल आया | उन्होंने पास्कलिन नामक पहला यांत्रिक कैलकुलेटर बनाया | यह कैलकुलेटर घिर्नियो और लीबरो द्वारा काम करता था और सामान्य जोड़ व घटाने की प्रक्रिया कर सकता था | गणित में उन्होंने द्दीप्द गुणांक की गणना के लिए पास्कल त्रिभुज की रचना की तथा उन गुणाको के बीच एक गणितीय सबंध स्थापित किया | पास्कल ने ज्यामिति की हेलन कहे जाने वाले वक्र सायक्लोइड पर काफी काम किया | उन्होंने द्रव दाब से सम्बन्धित एक महत्वपूर्ण नियम की खोज भी की जिसके अनुसार द्रव सभी दिशाओ में समान दाब लगाता है | पास्कल प्रायिकता सिद्दांत के भी संस्थापक है | गणित की यह शाखा संभावनाओं के विज्ञान नाम से जानी जाती है | आज यह आधुनिक विज्ञान की कई शाखाओं का आधार है जिनमे क्वाटम भौतिकी , साख्यिकी , अर्थशास्त्र , बीमारियों की गणितीय माडलिंग आदि प्रमुख है | वैज्ञानिक विधि पर उन्होंने प्रसिद्द नियम दिया '' किसी वैज्ञानिक परिकल्पना को सत्यापित करने के लिए यह पर्याप्त नही है कि सभी घटनाओं की उसके द्वारा व्याख्या हो रही है | दूसरी तरफ यदि कोई एक घटना उस परिकल्पना के खिलाफ है तो वह परिकल्पना निस्संदेह असत्य है | '' 19 अगस्त 1662 को 39 वर्ष की उम्र में ब्लेज पास्कल की मौत हो गयी जाते - जाते इस दुनिया को पास्कल ने जोड़ने - घटाने का करतब सिखा गये
आविष्कार ---------
जोड़ने - घटाने का करतब
फ्रेंच गणितज्ञ , भौतिकविद व धार्मिक दार्शनिक ब्लेज पास्कल का जन्म 19 जून 1623 को हुआ था | बचपन से ही पास्कल शारीरिक रूप से कमजोर थे | वे अक्सर बीमार रहते थे | उनकी सेहत को देखते हुए पिता उन्हें गणित से दूर रखना चाहते थे , लेकिन उनकी रूचि देखकर उन्होंने उन्हें गणित पढने की इजाजत दे दी | उनके पिता सरकार की और से टैक्स इकठ्ठा करने के कार्य पर नियुक्त थे | इसके लिए उन्हें कठिन गणनाए करनी होती थी | अपने पिता को अंको से जूझते देखकर पास्कल को कैलकुलेटर बनाने का ख्याल आया | उन्होंने पास्कलिन नामक पहला यांत्रिक कैलकुलेटर बनाया | यह कैलकुलेटर घिर्नियो और लीबरो द्वारा काम करता था और सामान्य जोड़ व घटाने की प्रक्रिया कर सकता था | गणित में उन्होंने द्दीप्द गुणांक की गणना के लिए पास्कल त्रिभुज की रचना की तथा उन गुणाको के बीच एक गणितीय सबंध स्थापित किया | पास्कल ने ज्यामिति की हेलन कहे जाने वाले वक्र सायक्लोइड पर काफी काम किया | उन्होंने द्रव दाब से सम्बन्धित एक महत्वपूर्ण नियम की खोज भी की जिसके अनुसार द्रव सभी दिशाओ में समान दाब लगाता है | पास्कल प्रायिकता सिद्दांत के भी संस्थापक है | गणित की यह शाखा संभावनाओं के विज्ञान नाम से जानी जाती है | आज यह आधुनिक विज्ञान की कई शाखाओं का आधार है जिनमे क्वाटम भौतिकी , साख्यिकी , अर्थशास्त्र , बीमारियों की गणितीय माडलिंग आदि प्रमुख है | वैज्ञानिक विधि पर उन्होंने प्रसिद्द नियम दिया '' किसी वैज्ञानिक परिकल्पना को सत्यापित करने के लिए यह पर्याप्त नही है कि सभी घटनाओं की उसके द्वारा व्याख्या हो रही है | दूसरी तरफ यदि कोई एक घटना उस परिकल्पना के खिलाफ है तो वह परिकल्पना निस्संदेह असत्य है | '' 19 अगस्त 1662 को 39 वर्ष की उम्र में ब्लेज पास्कल की मौत हो गयी जाते - जाते इस दुनिया को पास्कल ने जोड़ने - घटाने का करतब सिखा गये
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